Roadways News: नए साल के बाद अब फीका रहेगा मकर संक्रांति का चूरमा भी रोडवेज कर्मिय की उम्मीद कम

चंडीगढ़ :- नए साल पर हरियाणा के काफी सारे कर्मचारीयों को वेतन न मिलने के कारण आर्थिक तंगी हो रही है। रोडवेज डिपो की ट्रेजरी अकाउंट को सीज किया गया है, जिस वजह से 700 से भी ज्यादा कर्मचारी परेशान है। विभाग की तरफ से कोर्ट में निर्धारित राशि जमा करने की कोई संभावना नहीं है।

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11 जनवरी को कोर्ट में सुनवाई के बाद भी खाता सीज ही रहेगा। विभाग ने कोर्ट में निर्धारित राशि जमा करने की जगह रिवीजन फाइल कर दी है, जिस पर 8 जनवरी को सुनवाई की जाएगी। 8 जनवरी को आगे की डेट दी जा सकती है। तब तक रोडवेज कर्मचारियों को बिना वेतन के ही गुजारा करना पड़ेगा।

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रोडवेज डिपो की ट्रेजरी अकाउंट को किया गया सीज

हरियाणा रोडवेज के कर्मचारियों को मकर संक्रांति पर आर्थिक तंगी की वजह से काफी परेशानी होगी। इस बार कर्मचारियों को वेतन न मिलने के कारण मकर संक्रांति का फीका चूरमा खाना पड़ेगा। नारनौल की एक कोर्ट में रोडवेज कर्मचारी जगदीश की तरफ से बर्खास्तगी का केस जीता गया है। इसके बाद जगदीश ने सेवा लाभ की ब्याज के रूप में बकाया 46 लाख की वसूली के लिए एक और केस दर्ज किया है।

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कोर्ट की तरफ से इस राशि के भुगतान के आदेश जारी किए गए थे। लेकिन इसका पालन विभाग के पूर्व जीएम रवीश हुड्डा ने नहीं किया। इसके बाद कोर्ट ने करीब 2 महीने पहले अपने फैसले में कड़ा निर्णय लेते हुए डिपो के ट्रेजरी अकाउंट को सीज करने के आदेश दिए हैं। उसके बाद से ट्रेजेडी अकाउंट सीज पड़ा है, जिससे कर्मचारियों का वेतन नहीं दिया जा रहा है। इतना ही नहीं अकाउंट सीज होने के कारण डिपो का वित्तीय लेनदेन भी प्रभावित हो रहा है। उम्मीद है कि मामले की सुनवाई 11 जनवरी को की जाएगी।

ब्याज की राशि जमा न करने पर अकाउंट रहेगा अनसीज

डिपो कर्मचारियों की ब्याज की राशि जमा कर देता है तो कोर्ट ट्रेजरी अकाउंट अनसीज करने के आदेश जारी कर सकते हैं। अगर डिपो ऐसा नहीं करता है तो यह मामला अगली तारीख तक पहुंच सकता है।

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रोडवेज विभाग की तरफ से ट्रेजरी अकाउंट को खोलने की अपील की गई थी। लेकिन कोर्ट ने इसे मानने से इनकार कर दिया। विभाग के लेखाधिकारी राजकुमार का कहना है कि ब्याज की राशि ज्यादा होने के कारण उसके संबंध में मुख्यालय ही कोई निर्णय ले सकता है, उनके हाथ में इसके लिए कोई पावर नहीं है।

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