हरियाणा रोडवेज रेवाड़ी में हो रही कर्मचारियों की मनमानी , चुप्पी तोड़ने पर जाने क्या होगी कार्यवाही
रेवाड़ी :- काफी समय से रोडवेज डिपो के Duty Section में अधिकारियों की मनमानी चल रही है। लेकिन कर्मचारी चाह कर भी इसके खिलाफ आवाज नहीं उठा सकते हैं। क्योंकि रोडवेज जीएम की तरफ से सभी कर्मचारियों को एक नोटिस जारी किया गया है, जिसमें लिखा है कि अगर कोई भी कर्मचारी मीडिया को कोई सूचना देगा तो उसके खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा। जीएम की तरफ से कर्मचारियों को इस संदर्भ में बाकायदा पत्र जारी कर दिया गया है।
डीपो के ड्यूटी क्षेत्र में फिलहाल भाई भतीजाबाद से लेकर सुविधा शुल्क वसूली पूरी तरह से हावी हो गई है। इसी के चलते 2016 के बाद के बैच के बहुत सारे चालक आरामदायक सीटों पर विराजमान है। लेकिन इससे भी बड़े सीनियर और सेवानिवृत्ति के करीब पहुंच चुके चालक अभी तक बस चला रहे हैं। विभाग ने सख्त आदेश जारी किया है कि जूनियर चालकों को हर हाल में रूट पर भेजना जरूरी है
लेकिन अभी भी काफी सारे नौजवान और जूनियर चालक ऐसे हैं जो सीट पर आराम फरमा रहे हैं। वहीं कुछ चालक और नौजवान बस स्टैंड से लेकर दूसरे स्थान पर ड्यूटी दे रहे हैं। पिछले साल डीजी के आदेश आ जाने के बाद जूनियर चालक और परिचालक को दूसरे कार्यों से हटाकर रूटों पर चलाया गया था लेकिन अब फिर से वही हालात बने हुए हैं।
जूनियर चालक और परिचालक फरमा रहे हैं आराम
वैसे ही काफी समय से रेवाड़ी डिपो में चालकों की कमी के कारण बड़ी संख्या में बसों का संचालन नहीं हो पा रहा है। इसके बावजूद भी कुछ चालक आराम फरमा रहे हैं। डिपो के 50 चालक और परिचालक ऐसे हैं जो रूट पर चलने की बजाय दूसरी ड्यूटी कर रहे हैं। 24 जनवरी को हुई हड़ताल से पहले जीएम ने दूसरी ड्यूटी करने वाले चालक परिचालक को अपने मूल ड्यूटी पर लौटने के आदेश जारी किए थे।
इनमें 35 चालक और 15 परिचालक शामिल है। लगभग 80 फ़ीसदी चालक व परिचालक बाद के बैच के जूनियर हैं। इन सभी को नियमों का पालन करना जरूरी है। चालक परिचालक अपनी सुविधा के अनुसार ड्यूटी लगवाने में सफल हो रहे हैं। सूत्रों से पता लगा है कि चालक और परिचालक अपनी सुविधा और कमाई के अनुसार रूट तय कर रहे हैं। कुछ परिचालक तो काफी समय से एक ही रूट पर है ऐसे में अगर उनका रूट बदल दिया जाता है तो उन्हें फिर से इस रूट पर वापसी के प्रयास शुरू कर देते हैं।