हरियाणा रोडवेज के 65 से अधिक सेवानिवृत कर्मचारी कटघरे में , जाने क्या है पूरा मामला
चंडीगढ़ :- हरियाणा रोडवेज द्वारा रूल बनाया गया है कि अब से रिटायरमेंट पर किसी भी कर्मचारी को गिफ्ट नहीं दिया जाएगा। इसलिए 1 जनवरी 2022 से लेकर 1 अगस्त 2023 तक जितने भी कर्मचारी रिटायर हुए हैं उन सभी से पूछताछ की गई है। हरियाणा रोडवेज के कम से कम 65 कर्मचारी जो 1 जनवरी 2022 के बाद सेवानिवृत हुए हैं उन सब को जांच के दायरे में लाया गया है। रोहतक के तीन अधिकारियों से पूछा गया है कि क्या सेवानिवृत्ति के बाद भी उन्होंने किसी वाहन का पंजीकरण करवाया है। नए नियमों के अनुसार लोक सेवा को दोबारा उपहार स्वीकार करना वर्जित है ।इससे न केवल कदाचार बल्कि भ्रष्टाचार भी बढ़ता है।
65 कर्मचारियों से की जाएगी पूछताछ
सूत्रों से पता लगा है कि पिछले साल 1 जनवरी से अब तक जितने भी अधिकारी सेवानिवृत्ति हुए हैं उनको लाखों रुपए के उपहार दिए गए हैं। विदाई समारोह पर उपहार के रूप में भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिलता है। इसे रोकने के लिए अब राज्य के अधिकारियों ने ऐसे मामलों का पता लगाने के लिए डिपो स्तर पर महाप्रबंधक यातायात प्रबंधक और कार्य प्रबंधन की एक समिति को संगठित किया है। यह समिति अब स्थानीय कार डीलरों से पूछताछ करेगी। अगर किसी ने भी उपहार के रूप में कोई कार ली है तो चालान की एक प्रति, किए गए भुगतान का विवरण, खरीद के समय दिया गया पैन और अन्य विवरण रिपोर्ट के साथ मुख्यालय में भेजे जाएंगे।
रिटायरमेंट पर नहीं ले सकते कोई भी तोहफा
अगर भविष्य में भी कोई कर्मचारी सेवानिवृत कर्मचारी या फिर अपने रिश्तेदार को महंगा उपहार देने की योजना बना रहा है तो उसे निलंबित कर दिया जाएगा। उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। आदेश दर्ज करने के लिए भ्रष्टाचार निरोधक पूरे विज्ञप्ति में कहा गया है लोग सेवकों द्वारा उपहार स्वीकार करना निषेध है। अधिकारियों द्वारा कर्मचारियों को अनियमित वित्तीय या सेवा लाभ देना न केवल भ्रष्टाचार को बढ़ावा देता है बल्कि का कदाचार की श्रेणी में भी आता है।