Haryana Roadways: फायदा ही फायदा जींद डिपो के परिचालकों को मिली 155 ई-टिकटिंग मशीन , परिचालकों के साथ यात्रिओ होंगे ये फायदे
Jind : हरियाणा रोडवेज जींद डिपो को ई-टिकटिंग मशीनों के लिए काफी लंबे समय इंतजार करना पड़ा है लेकिन यह है इंतजार अब खत्म हो गया है क्योंकि मुख्यालय द्वारा जींद डिपो को 155 ई-टिकटिंग मशीन भेज दी गई है बहुत ही जल्दी जींद डिपो के परिचालक की ई-टिकटिंग मशीन द्वारा टिकट काटते नजर आएंगे।
यात्रिओ के साथ परिचालकों को ये होंगे फायदे
ई-टिकटिंग का फायदा यात्रियों के साथ परिचालकों को भी होने वाला मैन्युअल टिकट से टिकट काटने पर कई बार यात्रियों द्वारा अधिक टिकट होने पर टिकट गुम होने से उन्हें हर्जाना भरना पड़ता था इसी प्रकार अगर कंडक्टर से गलती से कोई टिकट रह जाती तो परिचालक को इसका जुर्माना भरना पड़ता था
ई-टिकटिंग मशीन से सिर्फ एक टिकट के अंदर ही पांच यात्रियों को एक साथ टिकट दी जा सकती है इस टिकट के अंदर टाइम जगह और डिस्टेंस दिया जाएगा जिससे कि कोई Conductor भी चोरी नहीं कर सकेगा ।
जींद डिपो के परिचालक ने बताया कि ई-टिकटिंग का फायदा परिचालक को को बहुत अधिक मिलने वाला है क्योंकि उन्हें टिकट काटने में पहले से कम समय लगेगा और किराया भी याद करने की जरूरत नहीं पड़ेगी क्योंकि मशीन के अंदर स्टेशन के नाम होंगे जिनको सेलेक्ट करते ही मशीन अपने आप टिकट को बनाकर बाहर निकाल देगी मशीन के अंदर किराये को हेड क्वाटर से फीड किया जायेगा।
क्रेडिट और डेबिट कार्ड से भी यात्री कर सकेंगे भुगतान
ई-टिकटिंग मशीन में क्रेडिट कार्ड और डेबिट कार्ड द्वारा भी भुगतान करने का ऑप्शन दिया गया है जिससे कि यात्रियों और Conductor दोनों को फायदा होने वाला है क्योंकि उन्हें खुले पैसे लेने और देने में दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ेगा।इसके के अंदर अब पास को भी स्कैन किया जायेगा जो की नकली और असली की पहचान करेगी
सबसे पहले करीबन 6 डिपो के अंदर इलेक्ट्रिक मशीन प्रणाली को चलाया गया था लेकिन अब इसका धीरे-धीरे विस्तार किया जा रहा है कुछ समय के बाद पुरे हरियाणा रोडवेज विभाग में संपूर्ण ई-टिकटिंग मशीन द्वारा टिकेट काटी जाएंगी।
Jind Bus Stand Enquiry Number
रोडवेज विभाग में पहले से अधिक होगी पारदर्शिता
हरियाणा रोडवेज के अंदर पहले परिचालकों के द्वारा टिकटो में गड़बड़ी कर ली जाती थी लेकिन अब उस पर पूर्ण रूप से विराम लगने वाला है। जिस से की विभाग को नुकसान होता था हरियाणा रोडवेज विभाग के साथ यात्रियों को भी इस योजना का फायदा मिलने वाला है.
यात्रियों को पता लग सके की वह किस बस में तहे हैं क्या उसका नंबर है बस कौनसे डिपो की है कितना किराया लिया गया है टिकट के अंदर ही लिखा होगा की कहा से कहा तक की टिकट है ये भी पता लगेगा की कितना किलोमीटर का सफर है इसमें किसी भी परिचालक द्वारा कोई गड़बड़ी नहीं की जा सकती।