Ambala News: अंबाला से इस रूट पर नहीं थी कोई भी प्राईवेट बस अब एक नहीं पांच बसों का पर्पोजल हुआ तैयार
अंबाला :- अंबाला से नए रूटों पर बसों का संचालन किया जाएगा। स्टेट कैरिज स्कीम 2016 में संशोधन होने का समय आ गया है, जिसके बाद प्राइवेट और हरियाणा रोडवेज की बसों के परमिट के लिए बदलाव किए जाएंगे ।जल्द ही अंबाला से पिहोवा, रायपुरानी, जगाधरी, पिपली, लाडवा साडोरा और कैंट से लाडवा और नारायणगढ़ से यमुनानगर ,अंबाला छावनी से कालका इन 10 रूटों पर बसों के परमिट को लेकर घोषणा की जाएगी।
इसके लिए रोडवेज अधिकारियों आरटीओ व परिवहन समिति के पदाधिकारी के बीच एक बैठक हुई है। अंबाला के कालका रूट पर प्राइवेट एक भी बस का संचालन नहीं होता था ।लेकिन अब पांच बसों को चलाने का प्रस्ताव पास किया गया है ।इसके लिए एक प्रपोजल तैयार किया गया है और उसे मुख्यालय भी भेजा गया है। अब इस प्रपोजल की अनुमति का इंतजार किया जा रहा है ।अनुमति मिलते ही सभी रूट पर बसों का संचालन शुरू होगा।
अंबाला डिपो से दस रूट पर बसों के परमिट में होगा बदलाव
अंबाला डिपो में फिलहाल 71 बस है और यहां 150 चालक और परिचालक है। अंबाला से परिवहन समिति 9 रूट पर बसों का संचालन कर रही है। लेकिन संशोधन के बाद एक परमिट प्रपोजल तैयार किया जाएगा जिसके लिए सरकार को अप्रूवल भेज दिया गया है ।
प्रपोजल को लेकर आरटीओ कार्यालय में बैठक भी की गई थी। बैठक में 10 नए रूट पर 152 न्यूनतम परमिट का प्रपोजल तैयार किया गया है। इसमें 50% परमिट अंबाला रोडवेज और 50% परमिट प्राइवेट बसों को लेकर मांगे गए हैं। अधिकारियों का कहना है कि परमिट मिलते ही बसों का संचालन शुरू हो जाएगा।
कालका के लिए मांगे गए नए बस परमिट
अंबाला से पिहोवा के लिए अभी डिपो के पास 10 परमिट है। भविष्य में इस कम कर के सात करने का विचार किया जा रहा है। अंबाला सिटी से रायपुरानी के लिए दो परमिट है जिसे बढ़ाकर तीन किया जाएगा। वही अंबाला सिटी से नारायणगढ़ के लिए आठ परमिट है जिसे बढ़ाकर 10 किया जाएगा। जगाधरी के लिए 20 परमिट है भविष्य में भी 20 ही रहेंगे ।पिपली के लिए अभी सात परमिट है
जिसे बढ़ाकर नो किया जाएगा। लाडवा के लिए पहले चार परमिट थे और भविष्य में भी कर ही रहेंगे। अंबाला कैंट से नारायणगढ़ के लिए भी 10 परमिट थे और आगे भी 10 ही रहेंगे। सढौरा के लिए पहले तीन परमिट थे और आगे भी तीन ही रहेंगे। नारायणगढ़ से यमुनानगर के लिए पहले 7 परमिट थे और आगे भी सात ही रहेंगे।
अगर हम कालका की बात करें तो पहले कालका के लिए एक भी परमिट नहीं था लेकिन भविष्य में सात परमिट की बात की जा रही है। इन रूट पर बसों का संचालन होने से रोडवेज विभाग के राजस्व में काफी बढ़ोतरी होगी और यात्रियों को भी काफी फायदा होगा।