DTC Buses: केजरीवाल सरकार जल्द 200 ई-बसें दिल्ली के रोड़ो पर उतारने वाली है , नए साल तक बेड़े में 1500 बसें हो जांएगी
नई दिल्ली :- दिल्ली में हर रोज लाखों लोग मेट्रो, रेलवे और बस से सफर करते हैं। दिन प्रतिदिन दिल्ली में पॉल्यूशन की मात्रा बढ़ती जा रही है। पॉल्यूशन को कम करने के लिए दिल्ली की सड़कों पर इलेक्ट्रिक बसों को उतारने का ऐलान किया गया है। सरकार का कहना है कि दिसंबर तक सड़कों पर 200 इलेक्ट्रिक बेस चलेगी। इन नई बसों के आने के बाद डीटीसी के बेड़े में कुल 800 इलेक्ट्रॉनिक बसे हो जाएगी। वहीं अगर हम कुल बसों की बात करें तो यहां कुल 7300 बस हो जाएगी। दिल्ली सरकार का कहना है कि दिल्ली में अगले साल मार्च तक 1500 इलेक्ट्रिक बसों को संचालित करेगी।
दिल्ली की सड़कों पर जल्द ही दौड़ेंगी 200 नई इलेक्ट्रिक बस
दिल्ली सरकार दिल्ली में प्रदूषण को कम करने के लिए आए दिन कुछ नया करने के प्रयास में लगी रहती है। इसी बीच एक खबर सामने आई है कि दिल्ली में पॉल्यूशन कम करने के लिए दिसंबर तक नई इलेक्ट्रिक बसों को संचालित किया जाएगा। इसके बाद दिल्ली बेड में कुल 7300 बस होगी। इन नई 200 बसों में से 55 बसों को सड़क पर उतारा जाएगा। कुल मिलाकर 134 इलेक्ट्रिक बस इस महीने के अंत तक सड़कों पर संचालित होगी। इससे पहले भी सितंबर में 400 इलेक्ट्रिक बसों को बेड में शामिल किया गया था।
पॉल्यूशन से मिलेगी राहत
इलेक्ट्रॉनिक बसों के संचालन के बाद न केवल यात्रियों को यात्रा में फायदा मिल रहा है बल्कि दिल्ली में पॉल्यूशन की मात्रा भी कम हो रही है। डीटीसी बड़े में 15019 इलेक्ट्रिक बस शामिल होंगी जिनमें से 921 बस भारत सरकार के भारी उद्योग मंत्रालय के राष्ट्रीय आटोमोटिव बोर्ड की फेम टू योजना के अंतर्गत दी जाएगी। फिलहाल दिल्ली के सड़कों पर हजारों की संख्या में बसें दौड़ती हैं। इनमें से 800 बस इलेक्ट्रिक है। दिल्ली सरकार का दावा है कि पूरे देश में सबसे ज्यादा इलेक्ट्रॉनिक बस दिल्ली में संचालित की गई है। दिल्ली के बेड़े में कुल 7135 बस हो गई है।
2025 तक 10480 बसों का होगा संचालन
दिल्ली सरकार का कहना है कि 2025 तक दिल्ली की सड़कों पर 10480 बसों को उतारा जाएगा, इनमें से 8280 बस इलेक्ट्रिक होगी। इन बस को एक बार चार्ज करने के बाद 225 किलोमीटर तक चलाया जा सकता है। इलेक्ट्रिक बस को विकसित करने के लिए दिल्ली सरकार ने 182.51 करोड रुपए खर्च किए हैं। 8280 इलेक्ट्रॉनिक बस में से 1200 इलेक्ट्रिक बेस केंद्र सरकार की सब्सिडी से ली गई है और बाकी की बस दिल्ली सरकार ने अपने पैसे से खरीदी है। इलेक्ट्रॉनिक बस के इस्तेमाल के बाद दिल्ली में पॉल्यूशन की मात्रा काफी कम हो गई है।