Haryana Roadways: अब हरियाणा में तीर्थ यात्रा के लिए चलेंगी AC बसें , यात्रियों को बस में मिलेंगी ये सुविधा
नई दिल्ली: पूरे हरियाणा से आसपास के राज्यों और पर्यटक स्थलों के लिए एसी बसें चलाई जाएंगी. इन स्थानों में ज्वालाजी, ऋषिकेश, हरिद्वार, बद्रीनाथ, अमृतसर, वैष्णो देवी, सालासर, मथुरा, मेहंदीपुर, बालाजी, आगरा, वृन्दावन, अयोध्या, जयपुर, शिमला, मनाली आदि शामिल हैं.
रोडवेज ने इन बसों में सामान्य बसों से डेढ़ गुना अधिक किराया वसूलने का प्रस्ताव बनाया है. हालांकि, टिकट की रकम पर अंतिम फैसला सरकार तय करेगी. हरियाणा रोडवेज के निदेशक वीएम दहिया की मानें तो जनवरी में हरियाणा रोडवेज को 150 एसी बसें मिल जाएंगी. ये बसें जनवरी-मार्च के मध्य में हरियाणा जाएंगी. ये एसी बसें गांवों से लेकर वादियों तक चलाई जाएंगी.
चंडीगढ़/अंबाला-नारनौल तक 5 एसी बसें चलेंगी
हरियाणा रोडवेज अब 152-डी ग्रीन एक्सप्रेस-वे पर एसी बसें चलाने जा रहा है. अभी तक इस रूट पर 4 बसें चलाई जा रही हैं, लेकिन रोडवेज की योजना 5 एसी बसें भी चलाने की है, ये बसें चंडीगढ़ या अंबाला से नारनौल तक चलाई जाएंगी, बता दें कि 152-डी ग्रीन एक्सप्रेसवे अंबाला, कुरूक्षेत्र, कैथल, करनाल हैं.
जीन्द,रोहतक,भिवानी,नारनौल,झज्जर जैसे कई जिले. जहां फिलहाल केवल चार बसें ही चल रही हैं जो पूरी क्षमता के साथ चलाई जा रही हैं. यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए रोडवेज ने निर्णय लिया है कि यहां एसी बसें चलाई जाएंगी.
मई 2023 तक हरियाणा रोडवेज के पास 4,400 बसों का बेड़ा होगा
हरियाणा रोडवेज के बेड़े में 3200 बसें हैं और मई 2023 तक इसमें करीब 2000 बसें और जुड़ जाएंगी. इनमें से 3 बसों की समय सीमा समाप्त हो चुकी है, उन्हें रूट से हटाया जाएगा. इसे देखते हुए मई 2023 तक रोडवेज बसों का बेड़ा करीब 4400 हो जाएगा. वहीं बता दें कि रोडवेज बेड़े में बसों की कमी है, इसे जल्द ही दूर करने का दावा किया जा रहा है.
इन 3 मुख्य रूटों पर भी हरियाणा रोडवेज का फोकस
हरियाणा रोडवेज का फोकस सिरसा-दिल्ली, चंडीगढ़-दिल्ली और नारनौल-दिल्ली रूट पर एसी बसें चलाने पर होगा, इसके अलावा राज्य के हर शहर से दिल्ली और चंडीगढ़ तक इन बसों का सफर रोजाना तय किया जाएगा. ये बसें चंडीगढ़-नारनौल 152-डी ग्रीन एक्सप्रेसवे पर भी चलेंगी. दिल्ली से चंडीगढ़ रूट पर भी एसी बसें चलाई जाएंगी.
हरियाणा में जल्द ही इलेक्ट्रिक बसें भी आने वाली हैं, जिनका टेंडर दिसंबर में मिलने की संभावना है. सूत्रों की मानें तो 6 कंपनियां टेंडर के लिए आई हैं. एनसीआर समेत कई जिलों में इलेक्ट्रिक बसें संचालित की जाएंगी.