Haryana: दिल्ली जाने वालो के लिए खुसखबरी , अब सीधे दिल्ली के उड़ान भरेंगी रोडवेज , यात्रियों को राहत
दिल्ली : एक हफ्ते बाद बुधवार को सिंघु बॉर्डर भारी वाहनों के लिए खोल दिया गया, जिससे दिल्ली के लिए बस सेवाएं बहाल हो गईं. सोनीपत से दिल्ली रूट की रोडवेज बसों ने एक दिन में 15 फेरे लगाए. हालांकि बसें अभी भी आईएसबीटी के अंदर नहीं जा रही हैं. अंदर सफाई का काम चल रहा है, जिसके चलते यात्रियों को बाहर ही उतारा जा रहा है. दिल्ली बस बहाल होने से यात्रियों ने राहत की सांस ली है.
यमुना में बाढ़ आने के बाद इसका पानी आईएसबीटी तक पहुंच गया है. 13 जुलाई को दिल्ली प्रशासन ने आईएसबीटी और सड़कों पर जलभराव के कारण सिंघू सीमा से दिल्ली में भारी वाहनों का प्रवेश रोक दिया था. जिसके बाद जम्मू-कश्मीर से हिमाचल प्रदेश, पंजाब, चंडीगढ़, उत्तराखंड आने वाली बसों को कुंडली बॉर्डर के पास से वापस लौटाया जा रहा था. सोनीपत बस अड्डे से दिल्ली रूट पर जाने वाली बसों का संचालन भी बंद कर दिया गया. एक सप्ताह बाद दिल्ली रूट पर बसों का संचालन शुरू होने से यात्रियों ने राहत की सांस ली है.
बसें नरेला होकर भेजी जा रही थीं
सिंघु बॉर्डर से दिल्ली की ओर से भारी वाहनों का प्रवेश बंद होने के बाद दिल्ली जाने वाली बसों का संचालन बंद कर दिया गया. जयपुर और अजमेर जाने वाली बसों का रूट डायवर्ट कर केजीपी और केएमपी से भेजा जा रहा है. इतना ही नहीं, दिल्ली जाने वाले यात्रियों को राहत देते हुए तीन दिन से नरेला होते हुए दिल्ली के करनाल बाईपास तक बसें चलाई जा रही हैं.
रोडवेज को आर्थिक नुकसान
दिल्ली रूट पर बस सेवा बंद होने से रोडवेज विभाग को आर्थिक नुकसान हुआ है. दिल्ली रूट पर यात्रियों की संख्या अधिक होने के कारण सोनीपत से दिल्ली के लिए रोजाना करीब 22 बसें चलती हैं. इन बसों के बंद होने से रोडवेज को राजस्व का नुकसान हुआ है. दिल्ली में हालात सामान्य होने के बाद बस सेवा बहाल कर दी गई. बुधवार को रोडवेज बसों ने सोनीपत बस स्टैंड से दिल्ली तक 15 फेरे लगाए.-राहुल जैन, महाप्रबंधक रोडवेज डिपो, सोनीपत.