Roadways News: हरियाणा रोडवेज का फिर होगा चक्का जाम, इस दिन लिया जाएगा निर्णायक फैसला
चंडीगढ़ :- हरियाणा रोडवेज के कर्मचारी अपने मांगों को लेकर काफी बार धरना प्रदर्शन कर चुके हैं। हाल ही में 24 जनवरी को भी हरियाणा रोडवेज कर्मचारियों ने सभी बसों का चक्का जाम किया था। लेकिन एक बार फिर से खबर सामने आई है कि हरियाणा रोडवेज कर्मचारी अपनी मांग को लेकर बड़े आंदोलन की तैयारी में लगे हुए हैं।
साझा मोर्चा के पदाधिकारी ने दावा किया है कि बुधवार को हड़ताल के दौरान राज्य में 3200 रोडवेज बसों में से 3000 बसों का संचालन पूरी तरह से बाधित रहा, जिस वजह से लोगों को काफी परेशानी हुई। अगर कर्मचारियों की मांग नहीं मानी गई तो एक बार फिर से कर्मचारियों को आंदोलन करना पड़ेगा।
कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर एक बार फिर से आंदोलन करने का कर रहे हैं प्लान
साझा मोर्चा के वरिष्ठ नेताओं का कहना है की मांग न मानने के कारण एक बार फिर से कर्मचारी आंदोलन कर सकते हैं। वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि 27 जनवरी को समाज मोर्चा बैठक कर निर्णायक आंदोलन की घोषणा करेगा। हरियाणा रोडवेज के वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि सरकार की वादाखिलाफी और उच्च अधिकारियों के ढुलमूल रवैया के कारण कर्मचारियों को सड़कों पर उतरना पड़ रहा है।
कर्मचारी काफी साल से अपनी मांग को लेकर सरकार से अपील कर रहे हैं। कुछ समय पहले केंद्र सरकार ने हिट एंड रन कानून पास किया था लेकिन सभी रोडवेज कर्मचारी इस कानून का विरोध कर रहे हैं। कंडक्टर व क्लर्क का वेतनमान 35400 की मांग भी काफी समय से की जा रही है।
क्या है कर्मचारियों की मांग
हरियाणा रोडवेज के कर्मचारी काफी समय से अर्जित अवकाश में कटौती का पत्र वापस लेने के लिए, पुरानी पेंशन व जोखिम भत्ता बहाल करने के लिए मांग कर रहे हैं। हरियाणा रोडवेज की यूनियन का कहना है कि उनकी मांगों को लेकर कई बार आश्वासन दिया जा चुका है लेकिन अभी तक सरकार ने कोई भी समाधान नहीं निकला है।
हरियाणा रोडवेज के कर्मचारी 1992 से 2003 के बीच नियुक्त सभी कर्मचारियों को पक्का करने की मांग भी कर रहे हैं। इतना ही नहीं सरकार निजी बसों को रूट परमिट देने का ऐलान कर रही है ,जिसके खिलाफ कर्मचारी आवाज उठा रहे हैं और सरकार से 10000 नई बस शामिल करने की मांग कर रहे हैं। नई बस आने से 60000 बेरोजगार लोगों को रोजगार मिलेगा और सरकार राज्स्व में भी बढ़ोतरी होगी।