Hisar News: इन्होंने संभाली हरियाणा परिवहन कर्मचारी संघ की कमान , बने कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष
हिसार :- परिवहन कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष अभी तक रमेश श्योकंद थे। लेकिन अब यह सेवानिवृत हो गए हैं। उनकी जगह पर अब अमित महाराणा को हरियाणा परिवहन कर्मचारी संघ का कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष चुना गया है। सोमवार को रोडवेज प्रांगण में रमेश श्योकंद की सेवानिवृत्ति के उपलक्ष में कार्यक्रम आयोजित किया गया था।
इस समारोह में रमेश श्योकंद को हरियाणा रोडवेज सांझा मोर्चा हिसार के डिपो कर्मचारियों ने उन्हें सम्मानित किया। कार्यक्रम में कर्मचारियों ने रमेश श्योकंद के साथ बिताए हुए पलों को याद किया और विभाग में कर्मचारियों के हित में किए गए उनके संघर्ष के विस्तार में चर्चा की। इसके बाद सेक्टर 1-4 के सामुदायिक केंद्र में रमेश के सेवानिवृत्ति समारोह को आयोजित किया गया।
परिवहन कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष के लिए अमित महाराणा को किया गया नियुक्त
सोमवार को रोडवेज प्रांगण में रमेश श्योकंद की सेवानिवृत्ति के उपलक्ष में कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इस कार्यक्रम में हरियाणा रोडवेज के साझा मोर्चा के नेता जय भगवान, जयवीर घनघस , दिनेश हुड्डा , आजाद गिल, शरबत पूनिया, सहित अन्य काफी सारे लोग शामिल हुए । इन सभी ने मिलकर रमेश श्योकंद को खूब बधाई दी और फूल माला डालकर स्मृति चिन्ह देकर व पगड़ी पहनाकर उनका स्वागत किया। सेवानिवृत्ति के इस कार्य में जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष निशांत सिंह ,अध्यक्ष राजेंद्र, जननायक कर्मचारी मजदूर संघ के प्रदेश अध्यक्ष भी शामिल हुए। रमेश का कार्यकाल पूरा होने के बाद इस पद पर अमित महाराणा को नियुक्त किया गया । कार्यकारी अध्यक्ष चुने जाने के बाद अमित महाराणा ने सभी कर्मचारियों का धन्यवाद किया।
अमित महाराणा ने कर्मचारियों की मांग को लेकर की मांग
अमित महाराणा ने कहा कि प्रदेश सरकार हरियाणा रोडवेज कर्मचारियों की समस्याओं के प्रति गंभीर नहीं है। कर्मचारियों की मांग को लेकर कोई भी सुनवाई नहीं हो रही है। करनाल में 24 दिसंबर को सीएम आवास का घेराव करने के बाद कैंप कार्यालय द्वारा कर्मचारियों की मांग पर बातचीत करने के लिए 10 जनवरी तक चीफ मिनिस्टर से बैठक करवाने का आश्वासन दिया गया था। लेकिन इस पर भी कोई कार्रवाई नहीं की गई। मांगों को लेकर एक बार फिर से हरियाणा रोडवेज के कर्मचारी 24 जनवरी को सांकेतिक हड़ताल में बढ़ चढ़कर भाग लेंगे। कर्मचारियों का कहना है कि अगर उनकी मांग को पूरा नहीं किया गया तो वह हड़ताल बढ़ा सकते हैं।