हरियाणा रोडवेज के रेवाड़ी डिपो में क्यों हुआ डीजल का स्टॉक खत्म, कैसे हुआ ऐसा जाने पूरी खबर
रेवाड़ी :- रोडवेज अफसरों की कोर्ट के आदेशों को न मानना कर्मचारियों के साथ-साथ यात्रियों पर भी भारी पड़ रहा है। कुछ समय पहले कोर्ट ने रोडवेज के ट्रेजरी अकाउंट को सील कर दिया था। लेकिन हाल ही में खबर आई है कि कोर्ट के आदेश पर ट्रेजरी अकाउंट एक बार फिर से खोल दिया गया है। लेकिन बिल पास होने की प्रक्रिया में देरी हो रही है , जिस वजह से वीरवार को डिपो को डीजल की आपूर्ति नहीं हो पाई और डीजल न मिलने से बसों के संचालन में परेशानी हो रही है।
रेवाड़ी के ट्रेजेडी अकाउंट को किया गया था सीज
वीरवार को बिल पास होने में देरी होने के कारण वर्कशॉप के फिलिंग स्टेशन में डीजल खत्म हो गया है। कई बसों को डीजल समय पर नहीं मिलने से यात्रियों की मुसीबत बढ़ गई है। रेवाड़ी से जयपुर जाने वाले यात्रियों को सबसे ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। क्योंकि जयपुर की ओर जाने वाली बस डीजल न मिलने के कारण बस स्टैंड पर ही खड़ी है। यात्रियों को बस के लिए काफी देर इंतजार करना पड़ा। उसके बाद रोडवेज विभाग द्वारा लीज की बस को जयपुर की ओर रवाना किया गया। केवल जयपुर ही नहीं बल्कि अन्य कुछ बसों के संचालन में भी पेट्रोल की कमी से देरी हुई है।
पेट्रोल ने मिलने से बसों के संचालन में हो रही है दिक्कत
नारनौल कोर्ट में चल रहे एक कर्मचारी के केस में 1.25 लाख की बकाया राशि के ब्याज के रूप में लगभग 46 लाख रुपए का भुगतान करने के आदेश जारी किए गए थे। लेकिन रोडवेज अधिकारी ने कोर्ट द्वारा दिए गए आदेश का पालन नहीं किया, जिस वजह से कोर्ट ने 3 महीने पहले डिपो के ट्रेजरी अकाउंट को सीज करने का आदेश दिया था। ट्रेजेडी अकाउंट सीज होने से डिपो के सामने कई वित्तीय समस्याएं खड़ी हो गई।
डिपो को डीजल के लिए नारनौल डिपो से मदद लेनी पड़ी। इतना ही नहीं अकाउंट सीज होने से करीब 700 कर्मचारियों के वेतन भी अटके हुए हैं । 11 जनवरी को कोर्ट ने ट्रेजेडी खाता अनसीज करने की खबर दी है। ट्रेजेडी अकाउंट अनसीज होने की सूचना के बाद नारनौल डिपो ने भी डीजल की सप्लाई करने से हाथ खड़े कर दिए हैं। इसीलिए डीजल की कमी के कारण बसों के संचालन में काफी परेशानी हो रही है।