हरियाणा राज्य में बनाने वाला पहला हाइटेक बस टर्मिनल इस जिले में बनेगा , एक छत के निचे मिलेगी सभी सुविधा
फरीदाबाद:- हरियाणा दिवस 1 नवंबर को दिल्ली और मुंबई की ओर शहरवासियों को एनआईटी बस स्टैंड के रूप में आधुनिक बस टर्मिनल का तोहफा मिलेगा। जहां लोग एक छत के नीचे घूमने के अलावा मॉल और मल्टीटेक्स की सुविधाओं का भी लाभ उठा सकेंगे। बस टर्मिनलों का निर्माण तेजी से चल रहा है। अधिकारियों का दावा है कि अक्टूबर तक निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाएगा। पहले चरण में यहां से 25 बसों का संचालन किया जाएगा। योजना पर करीब 125 करोड़ रुपये खर्च किये जा रहे हैं।
बस टर्मिनल में ग्राउंड फ्लोर पर 1384 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में 25 बसें एक साथ खड़ी होंगी। डिपो भूतल और प्रथम तल के आधे हिस्से पर स्थित होंगे। दो बेसमेंट बनाए जा रहे हैं, दोनों बेसमेंट का इस्तेमाल पार्किंग के लिए किया जाएगा, तीनों मंजिल के दरवाजे सेंसर से खुलेंगे और बंद होंगे। फिलहाल यहां से 1 दर्जन से ज्यादा जगहों के लिए लंबे रूट पर बसें चलती हैं। इनका संचालन बल्लभगढ़ बस स्टैंड परिसर से होता है।
एनआईटी बस स्टैंड की जगह करीब चार एकड़ जमीन पर पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मॉडल पर तीन मंजिला इमारत बनाई जा रही है। बस बेसमेंट के अलावा मॉल, रेस्टोरेंट के साथ मल्टीप्लेक्स सिनेमा जैसी सुविधाएं भी होंगी। अधिकारियों, ड्राइवरों और कंडक्टरों के लिए विश्राम कक्ष, प्रतीक्षालय, कैंटीन, शौचालय आदि भी उपलब्ध कराए जाएंगे। प्रत्येक मंजिल पर लिफ्ट और एस्केलेटर के साथ-साथ सीढ़ियाँ भी होंगी। प्रदेश का पहला हाईटेक बस स्टैंड बन रहा है।
35 साल बाद बन रहा हाईटेक बस टर्मिनल
एनआईटी बस स्टैंड काफी पुराना है। इसका निर्माण 35 साल पहले 1987 में हुआ था। एनआईटी बस स्टैंड का उद्घाटन 2 दिसंबर 1987 को देवीलाला सरकार के परिवहन मंत्री राव लक्ष्मी नारायण ने किया था। लेकिन भवन अब जर्जर हो चुका है। इसके स्थान पर नया बस टर्मिनल बनाया जा रहा है। परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा ने कहा कि टर्मिनल का निर्माण करने वाली कंपनी 15 साल तक इसका रखरखाव करेगी. इसे बनाने में राज्य सरकार को एक पैसा भी खर्च नहीं करना पड़ेगा. सरकार ने कंपनी को सिर्फ अपनी जमीन मुहैया करायी है. अक्टूबर तक निर्माण पूरा हो जाएगा। इसमें सभी तरह की अत्याधुनिक सुविधाएं होंगी।