Jind News: रोडवेज बसों में खाली पड़ें फर्स्ट एड बॉक्स किट , इस तरफ नहीं है किसी का ध्यान

जींद :- हरियाणा रोडवेज की  बसों से हर रोज हजारों यात्री सफर करते हैं। इन यात्रियों की देखा भाल की जिम्मेदारी हरियाणा रोडवेज की होती है। हरियाणा रोडवेज की बहुत से बस ऐसी  है जिसमें यात्रियों की सुविधा के लिए न हीं फर्स्ट एड बॉक्स रखा गया है और न हीं दवाइयां उपलब्ध है, जिस वजह से यात्रियों को कई बार सफर के दौरान परेशानी का सामना करना पड़ता है। बहुत बार बस में सफर करते दौरान बच्चे, महिला व पुरुष की तबीयत खराब हो जाती है,

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जिसके लिए बस में प्राथमिक उपचार के लिए फर्स्ट एड बॉक्स भी उपलब्ध नहीं है। यात्रियों के लिए फर्स्ट एड बॉक्स होना बहुत जरूरी है, ताकि सफर के दौरान किसी भी यात्री को परेशानी हो तो उन्हें समय पर दवाई दी जा सके। लेकिन रोडवेज विभाग के अधिकारी इस बात पर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं।

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हरियाणा रोडवेज की बसों में नहीं है फर्स्ट एड बॉक्स और दवाइयां

नियम के अनुसार हर एक बस में फर्स्ट एड बॉक्स होना जरूरी है, जिसके अंदर डिटॉल, पट्टी समेत कुछ दवाइयां होनी चाहिए। इतना ही नहीं उसके अंदर सर दर्द, पेट दर्द, उल्टी, जलन,  चोट लगने की और प्राथमिक उपचार करने की जरूरी दवाइयां होना भी जरूरी है। लेकिन बहुत सी बस ऐसी है जिसमें फर्स्ट एड बॉक्स तो रखी है लेकिन उनके अंदर कोई दवाई नहीं है।

चालक व परिचालक इस बारे में रोडवेज अधिकारियों को कोई सूचना नहीं दे रहे हैं। अगर हम जींद बस डिपो की बात करें तो जींद में फिलहाल 197 रोडवेज बस ऑन रूट है। इनमें नई और पुरानी सभी बस शामिल हैं। इन बसों से हर रोज 15000 से भी ज्यादा यात्री सफर करते हैं, जिससे डिपो को लाखों रुपए की आमदनी होती है। इतनी सारी बसों में से केवल कुछ बस ऐसी हैं जिनमें फर्स्ट एड बॉक्स और दवाई की सुविधा उपलब्ध है।

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