हरियाणा रोडवेज का कलर कॉपी कर प्राइवेट बस संचालक कर रहे लाखो की कमाई
हरियाणा रोडवेज का रंग पेंट करवाकर यात्रिओ को कर रहे गुमराह
इन बसों के संचालक यात्रियों को हरियाणा रोडवेज का रंग रूप दिखाकर गुमराह करते हैं फिर उनसे सामान्य किराए से दुगना किराया वसूला जाता है
यह बस संचालक टैक्स की चोरी करते हैं हरियाणा रोडवेज यूनियन ने इसके खिलाफ आवाज उठाकर कई बार कार्रवाई की मांग की है फिर भी बसों का संचालन कम नहीं हो रहा और यह बढ़ता ही जा रहा है लगातार बसों की संख्या में बढ़ोतरी देखने को मिली है
दिल्ली जयपुर हाईवे पर हो रहा लगतार बसों का संचालन
दिल्ली जयपुर हाईवे के अलावा दक्षिण हरियाणा से लगने वाले अन्य डिपो में भी बसों से काफी कमाई होती है
चंडीगढ़ के बाद इसी एरिया से दूसरे नंबर पर रोडवेज बसों द्वारा कमाई की जाती है प्राइवेट बस संचालक इसी चीज का फायदा उठाते हैं
प्राइवेट बसों के संचालन लाखों रुपए महीने की आमदनी प्राइवेट बसों पर हरियाणा रोडवेज का रंग पेंट करके कमा रहे हैं
रेवाड़ी के अलावा राजस्थान से हरियाणा के कई जिले लगे हुए गुरुग्राम, फरीदाबाद डिपो भी काफी संख्या में बसों का संचालन राजस्थान की तरफ करते हैं
हरियाणा रोडवेज की तरफ से बहुत ही अहम माने जाते हैं प्राइवेट बस संचालक इसी चीज का फायदा उठाते हैं और काफी लंबे समय से उठाते आ रहे है
हरियाणा रोडवेज यूनियन ने रोडवेज कलर करके चलने वाली 72 बसों की सूचि विभाग को दी है
यूनियन का कहना है कि हाईवे पर 72 से अधिक बसों का संचालन हो रहा है उन्होंने बताया कि इन बसों में सबसे अधिक राजस्थान नंबर पंजीकृत है
कई वर्षों बस संचालको की तरफ से तो कोई भी टैक्स नहीं दिया जाता है फिर भी यह बसें बहुत ही आराम से हर दिन रोड पर चलती नजर आती है